कीचड़ भरे रास्ते गुजरने को ग्राम पंचायत खैरी के ग्रामीण मजबूर प्रशासन, जनप्रतिनिधि नहीं दे रहा ध्यान

पलारी-: जनपद पंचायत पलारी के ग्राम पंचायत खैरी मे तालाब जाने तथा ग्रामीणों के दैनिक जीवन में उपयोग में आने वाले सम्ूर्ण सामाग्री जो नगर पंचायत रोहासी में मिलती है वहां जाने के लिए ग्रामीणों को बरसात दुर कि बात अभी वर्तमान कि मई- जून की हल्की बारिश से श्यामलाल घृतलहरे (घासीदास चौक)के घर से हिरा रात्रे(तलाबापारा) के घर तक , जो कि 100 से भी लम्बा कीचड़ युक्त शीशीरोड है, एवं शासकीय प्राथमिक शाला खैरी जाने वाला रास्ता जो 11वें वर्ष से भी पूर्व में बनी है

जिसका आजतक नवनिर्माण नहीं हुआ है, यहां के संरपच, ग्रामीण द्वारा शासन से उम्मीद नहीं मिलने से ग्रामीणों कि अहम समस्या का आजतक समाधान कर पक्का रास्ता नहीं बन पाया जिसके चलते ग्रामीणों को कीचड़ भरे रास्ते से होकर गुजरना पड़ता है , साथ ही आसपास के गांव जो ग्राम पंचायत खैरी के छोर पर स्थित है ग्राम पंचायत धमनी , ग्राम पंचायत मुडिंयाडीह दोनों गांवों के ग्रामीणों को खैरी से होकर नगर पंचायत रोहासी स्कुली बच्चे पढ़ाई करने, तथा युवा, बुजुर्ग, महिलाओं को खैरी के कच्ची, कीचड़ युक्त रास्ते से होकर गुजरना पड़ता है, दिन का गुजारा ऐसे ही जनप्रतिनिधियों को कोष कर चल जाता है,मगर रात्रिकालीन में साईकिल सफर करने वाले अक्सर कीचड़ में गिरकर चोटिल हो जाते,ग्रामीणों ने इस समस्या के बारे में कई बार अधिकारियों को अवगत कराया लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ।

ग्राम पंचायत खैरी के ग्रामीण आज भी सड़क जैसी मूल भूत सुविधाओं के लिए जूझ रहे हैं, बारिश के मौसम में हालात और भी बद्तर हो जाते हैं लोगों को कीचड़ युक्त मार्ग से ही गुजरना पड़ता है इसके बाद भी कोई जन प्रतिनिधि इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है।
मनीष घृतलहरे जिलाध्यक्ष -बलौदाबाजार भीम क्रांतिवीर का कहना है कि बारिश के दिनों में किचड़युक्त गड्डे पानी से मच्छर पनपते हैं जिससे बीमारी का खतरा बना रहता है तथा न सड़क , स्ट्रीट लाइट सुविधा उपलब्ध है,मेन रोड तक रास्ता इतना कीचड़ युक्त हो जाता है कि कई घर के सामने घुटने से भी ऊपर गड्डे बने है उसी रास्ते से ग्राम खैरी के बच्चे कि पैदल चलकर प्राथमिक शाला खैरी पढ़ने जाते हैं चलना भी मुश्किल हो जाता है और बारिश के दिनों में कई लोग फिसलकर चोटिल भी हो जाते हैं ,

ग्राम पंचायत खैरी श्रीमती चितरेखा लक्ष्मीनारायण घृतलहरे द्वारा शासन से कोई उम्मीद नहीं मिलने के बाद ग्रामीणों कि समस्याओं को ध्यान में रखते हुए श्रमदान कर रोजगार सहायक, कोटवार,पंच , युवाओं द्वारा बाजरी,राबिस डालकर चलने युक्त अभी बना दिया गया है, संरपच व ग्रामीणों ने शासन प्रशासन से मांग की है कि, इस मार्ग का नवनिर्माण सीसी रोड जल्द से जल्द बनाने कि महानता कृपा करें ताकि ग्रामीणजनों,स्कुली बच्चों को समस्याओं से निजात मिल सके !