कोतरा स्कूल में कक्षा 12वीं के विद्यार्थियों को दी गई विदाई

आज दिनांक 17 फरवरी 2024 को स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रजी माध्यमिक विद्यालय कोतरा के हिंदी माध्यम के कक्षा ग्यारहवीं के छात्रों ने कक्षा 12वीं के छात्रोंओ को विदाई दी । आपको बताना चाहेंगे 11वीं के विद्यार्थियों द्वारा 12वीं के विद्यार्थियों को मनोरंजन के उद्देश्य से बहुत सारे खेल खिलवाए गए । कक्षा 12वीं के विद्यार्थियों ने भी अपने स्कूली जीवन का अनुभव साझा किया। विदाई समारोह के अवसर पर कक्षा 12वीं के कक्षा अध्यापक आंसू खूंटे ने अपने उद्बोधन में विद्यार्थियों से कहा कि जीवन में बहुत सारे संघर्ष आएंगे आप सभी को अपनी रणनीति बनाकर अपने लक्ष्य तक पहुंचना है लक्ष्य तक पहुंचाने के लिए कार्य योजना बहुत जरूरी होती है तो आप सभी विद्यार्थी पहले से अपनी योजना बनाकर अपने लक्ष्य को प्राप्त करें ऐसी मेरी शुभकामनाएं है।

वरिष्ठ व्याख्याता एस आर गुप्ता ने विद्यार्थियों के उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि जीवन में एक अच्छा इंसान बनना है। अपने आप को कमजोर नहीं समझना है आत्मविश्वास और हौसलों के साथ हमेशा आगे बढ़ते रहना है। वरिष्ठ व्याख्याता विमला भगत ने वार्षिक परीक्षा में अच्छे से तैयारी करने के महत्वपूर्ण टिप्स देते हुए, उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। व्याख्याता श्यामा पटेल ने 12 वी के विद्यार्थियों से कहा कि जीवन में आपको हर चुनौतियों से लड़ना है। आपका स्कूली जीवन समाप्त हो रहा है।, जीवन के हर मोड़ कठिनाइयां आ सकती हैं ।निराश नहीं होना है,अपने आत्मविश्वास से हमेशा आगे बढ़ते रहना है। विद्यालय के प्राचार्य जे एल नायक ने सभी विद्यार्थियों को शुभकामनाएं देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। और बोर्ड परीक्षा देने वाले कक्षा दसवीं एवं 12वीं के विद्यार्थियों को टॉप टेन में आने के लिए प्रेरित किया। व्याख्याता वीर सिंह ने 12वीं के विद्यार्थियों के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए कहा कि मेरी यह सलाह है कि, इस स्कूल की दहलीज पर खड़े होकर पीछे की ओर मुड़कर मत देखना। आगे की ओर देखते हुए और आगे बढ़ते हुए संसार को देखना, हमारी शुभकामनाएं सदैव आपके साथ हैं। मेरे बच्चों संसार को आप जैसे अधिक बुद्धिमान युवाओं की आवश्यकता है। सफलता आपके रास्ते में होगी। बस अपने दिमाग में यही रखना कि, आप अपने सभी कार्यों में सही हो और यह भी मत भूलना कि, सच की हमेशा जीत होती है। दूसरों को खुश करने की अपनी शक्ति का प्रयोग सभी को खुश करने में करना न कि दुखी करने में। किसी भी बुरी स्थिति में कभी भी आत्मसमर्पण मत करना और खुद में विश्वास रखना।

सदैव अनुशासन का पालन करना क्योंकि अनुशासन ही मनुष्य को महान बनाता है अपने चरित्र पर कभी आंच मत आने देना ।जाओ और अपना नाम, धन, प्रसिद्धि कमाओ आपके माता पिता ने जो सपना देखा है उसे पूरी शिद्दत से पूरा करो और हमारे पास अपनी सफलता की कहानी सुनाने के लिए जरूर आना वही हमारी गुरु दक्षिणा होगी। वरिष्ठ व्याख्याता आर सी नवनीत विद्यार्थियों को गलत काम से बचने के लिए प्रेरित किया नकारात्मकता से दूर रहें भय मुक्त होकर बोर्ड परीक्षा दें।एवम् वरिष्ठ व्याख्याता विजय कुमार प्रधान ने संस्कृत में सर्वे भवंतु सुखना से अपनी बात शुरू करते हुए विद्यार्थियों जीवन में आगे बढ़ने के लिए प्रेरणा दी। कार्यक्रम का संचालन कक्षा ग्यारहवीं के विद्यार्थियों द्वारा किया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने में कक्षा ग्यारहवीं की कक्षा अध्यापक माधुरी नायक, एवं कक्षा ग्यारहवीं के सभी विद्यार्थियों तथा सभी स्टॉफ का योगदान सराहनी रहा।