जिला स्तरीय कला उत्सव में बच्चों ने फहराया परचम जिले के 07विकासखंडों के विद्यार्थियों ने भाग लिया ।लगभग 65 बच्चों ने की सहभागिता ।गायन ,नृत्य, वादन , नाटक, दृश्य कला एवं पारंपरिक कहानी वाचन विद्या में हुई प्रतियोगिता।
स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग, शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार , माध्यमिक स्तर के विद्यार्थियों की कलात्मक प्रतिभा को पहचानने, उसे पोषित करने और शिक्षा में कला को बढ़ावा देने के उद्देश्य से वर्ष 2015 से कला उत्सव का आयोजन कर रहा है ।वर्ष 2024- 25 में कला उत्सव का विषय वस्तु “विकसित भारतवर्ष- 2047 में भारत के लिए एक दृष्टिकोण है।
कला उत्सव स्कूलों में उत्सव की वह पहल है जो प्रत्येक वर्ष आयोजित की जाती है। यह प्रतियोगिता जिला /राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित होती है। रायगढ़ जिले में जिला कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल , मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री जितेन्द्र यादव के निर्देशन एवं जिला शिक्षा अधिकारी श्री के व्ही राव तथा जिला मिशन समन्वयक श्री नरेंद्र चौधरी के मार्गदर्शन में पूरे उत्साह के साथ पी एम श्री नटवर इंग्लिश स्कूल प्रांगण में आयोजित किया गया।
जिला स्तरीय कला उत्सव में रायगढ़ जिले के 07 विकास खंडों से लगभग 65 बच्चों ने अपनी सहभागिता विभिन्न प्रतियोगिता में दर्ज कराई ।इस कार्यक्रम के जिला नोडल अधिकारी एवं एडीपीओ श्री आलोक स्वर्णकार ने बताया कि विकासखंड से चयनित बच्चे जिला स्तर पर अपनी सहभागिता उत्कृष्टता के साथ दर्ज कराया ।जिला स्तर में चयनित सभी विधाओं में प्रथम स्थान प्राप्त बच्चों को राज्य स्तरीय प्रतियोगिता जो की रायपुर में आयोजित होनी है , में अपने सहभागिता दर्ज कराएंगे।
आज आयोजित इस जिला स्तरीय प्रतियोगिता में संगीत गायन ( एकलएवं समूह प्रस्तुति) जिसमें शास्त्रीय , पारंपरिक भक्ति , समूह गान तथा लोक आदिवासी भक्ति एवं देश भक्ति गीतों से संबंधित रही ।संगीत वादन में (एकल एवं समूह) प्रस्तुति जो कि शास्त्रीय, लोक, वाद्य , आर्केस्ट्रा समूह लोक एवं शास्त्रीय स्तर की रही, जोकि शास्त्री लोक , जनजातीय एवं गैर फिल्मी स्तर की थी।
नाटक प्रतियोगिता (एकल, मोनो एक्ट मिमिक्री , माइम, रही। दृश्य कला में चित्रकला, चित्रकारी , स्वदेशी खिलौने , कार्टून एवं कैरीकेचर , स्वदेशी खिलौने, स्थानीय शिल्प पर आधारित थे। पारंपरिक कहानी वाचन में बच्चों की कहानी वाचन कला को आकलन किया गया।
उपरोक्त 6 विधाओं के लिए जिले के 18 विशेषज्ञों के माध्यम से प्रदर्शन के बाद उनकी कला का आकलन कर राज्य स्तरीय प्रतियोगिता के लिए चयन किया गया। जिला स्तरीय कला उत्सव प्रतियोगिता का उद्घाटन करते हुए जिला शिक्षा अधिकारी श्री भी के भी राव ने बताया कि कल एवं शिक्षा जब दोनों साथ-साथ चलते हैं तब बच्चन का संपूर्ण विकास संभव हो पता है तथा हमारे अंदर अंतर्निहित इन प्रकार की कलाओं के माध्यम से हमें विभिन्न प्रकार के विषम परिस्थिति में मानसिक थकान महसूस नहीं होती।
जिला मिशन समन्वयक श्री नरेंद्र चौधरी ने कहा की रायगढ़ जिले में प्रतिभाओं की कमी नहीं है और यह एक कला ढाणी के रूप में जाना जाता है तथा उन्होंने बच्चों से अपनी कला को ईमानदारी से निखारते हुए राज्य में अपनी सहभागिता के लिए शुभकामनाएं दी। कार्यक्रम में जिले के वरिष्ठ ए पी सी श्री भुवनेश्वर पटेल भी उपस्थित रहे ।
कार्यक्रम को सफल बनाने में विकासखंड स्रोत समन्वयक मनोज अग्रवाल ,राजकमल पटेल , सौरभ पटेल, वीर सिंह, निशांत सिंह,भूपेश पडा , शैलेंद्र नंदे, बेनी , प्रदीप साहनी, विकास मिश्रा , गायत्री स्वर्णकार , यशवंती , अर्चना मैडम मेघा अग्रवाल , सीमा पटेल राजेन्द्र कलेट का महत्वपूर्ण योगदान रहा। राज्य कार्यालय से प्राप्त निर्देश अनुसार एवं जिला स्तर से चयनित विभिन्न विधाओं में प्रथम स्थान प्राप्त एकल गायन में कुमारी ख्याति- ओपी जिंदल स्कूल रायगढ़ , नृत्य में कुमारी लाइचु -ओपी जिंदल स्कूल रायगढ़ , वादन में हर्ष राज सिंह -सेंट टेरेसा स्कूल रायगढ़ ,नाटक में शनि बरेठ -पीएम श्री नटवर स्कूल रायगढ़, दृश्य कला में अमर दास -ओपी जिंदल स्कूल रायगढ़ ,जिले का प्रतिनिधित्व राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में करेंगे। इन सभी चयनित प्रतिभागियों को जिला शिक्षा अधिकारी के व्ही राव, जिला मिशन समन्वयक नरेंद्र चौधरी एवं इस कार्यक्रम के जिला नोडल अधिकारी आलोक स्वर्णकार ने शुभकामनाएं देते हुए बेहतर प्रदर्शन के लिए बधाई दी।