बेजूबान मवेशियों की सुरक्षा हेतु घरघोड़ा पुलिस की अनोखी पहल – सड़क हादसों से बचाने रेडियम पट्टी अभियान शुरू

घरघोड़ा। नगर एवं ग्रामीण क्षेत्रों में आये दिन सड़क दुर्घटनाएँ होती हैं। इन दुर्घटनाओं का एक बड़ा कारण है – रात के समय सड़कों पर घूमने वाले मवेशी, खासकर गाय और बछड़े। अंधेरे में ये अचानक सड़क पर आ जाते हैं और वाहन चालक इन्हें समय रहते देख नहीं पाते। नतीजतन गंभीर हादसे हो जाते हैं, जिनमें न केवल वाहन चालकों को चोट पहुँचती है, बल्कि कई बार मवेशियों की भी जान चली जाती है।
इसी गंभीर समस्या को देखते हुए घरघोड़ा पुलिस ने एक सराहनीय कदम उठाया है। थाना प्रभारी कुमार गौरव साहू

के नेतृत्व में पुलिस जवानों ने आजरात्री नगर और आसपास के क्षेत्रों में सड़को पर घूम रहे गायों पर रेडियम पट्टियाँ लगाना शुरू कर दिया है। इस पहल का उद्देश्य है – रात्रिकालीन सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम तथा मवेशियों की सुरक्षा।
अभियान की शुरुआत
आज रात में नगर के प्रमुख मार्गों पर यह अभियान चलाया गया। पुलिस के जवान स्वयं सड़क पर उतरे और बेजुबान घूमने वाले गाय-बछड़ों को पकड़कर उनकी गर्दन में रेडियम की चमकदार पट्टियाँ बाँधीं। इस दौरान विशेष ध्यान रखा गया कि मवेशियों को किसी भी तरह की चोट या असुविधा न हो।
रेडियम पट्टी की खासियत यह है कि अंधेरे में गाड़ी की हेडलाइट पड़ते ही यह दूर से चमकने लगती है। इससे वाहन चालकों को पहले ही सावधान होने का मौका मिल जाता है और वे समय रहते अपनी गति नियंत्रित कर सकते हैं।

क्यों ज़रूरी था यह कदम?
घरघोड़ा सहित आसपास के ग्रामीण अंचल में अक्सर रात्रि समय गाड़ियों की टक्कर से मवेशियों की मौत की खबरें आती रहती हैं। कई बार बाइक सवार या चारपहिया वाहन चालक भी गंभीर रूप से घायल हो जाते हैं।
सड़क पर अचानक गाय के आ जाने से वाहन अनियंत्रित हो जाते हैं।
अंधेरे में इन्हें पहचानना मुश्किल होता है।
गाँव और कस्बों की सड़कों पर स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था हर जगह नहीं है।
दुर्घटनाओं के चलते लोगों में भय और असुरक्षा की भावना बनी रहती है।
इन सब कारणों से यह पहल और भी महत्वपूर्ण बन जाती है।
पुलिस की संवेदनशील पहल
आमतौर पर पुलिस का काम केवल कानून-व्यवस्था संभालना माना जाता है। मगर घरघोड़ा पुलिस ने यह साबित किया कि उनकी प्राथमिकता केवल अपराध नियंत्रण ही नहीं, बल्कि समाज के जीवन और सुरक्षा से जुड़े अन्य मुद्दों पर भी है।



