रायगढ़ जिले के विद्यार्थियों में उद्यमिता मानसिकता विकसित करने हेतु सक्षम रायगढ़ कार्यक्रम प्रारंभ
जिले के तीन विकास खंडों में यह योजना पायलट प्रोजेक्ट के रूप में प्रारंभ की गई
जिले के 50 हाई /हायर सेकेंडरी विद्यालयों को इस कार्यक्रम हेतु चयनित किया गया ।
उद्यम लर्निंग फाउंडेशन छत्तीसगढ़ और राज्य परियोजना कार्यालय समग्र शिक्षा रायपुर तथा स्कूल शिक्षा जिला रायगढ़ के संयुक्त प्रयास से रायगढ़ जिले के चयनित 50 हाय हायर सेकेंडरी शालाओं में अध्यनरत विद्यार्थियों में स्वयं के आइडिया को एक सार्थक रूप देने के उद्देश्य से सक्षम कार्यक्रम के द्वारा “उद्यमिता मानसिकता कार्यक्रम” दिनांक 11 दिसंबर 2024 से रायगढ़ जिला मुख्यालय के क्षेत्रीय पंचायत सचिव प्रशिक्षण केंद्र में रायगढ़ में चयनित 50 विद्यालयों के प्राचार्य की एक दिन दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यक्रम तथा 50 विद्यालयों में कक्षा 9वी एवं गर्मी के विद्यार्थियों को अध्यापन करने वाले व्याख्याता की दो दिवसीय कार्यशाला प्रारंभ की गई ।
जिला कलेक्टर श्री कार्तिकेय गोयल, मुख्य कार्य पालन अधिकारी जिला पंचायत श्री जितेंद्र यादव के निर्देशन एवं जिला शिक्षा अधिकारी डॉक्टर के व्ही राव , जिला मिशन समन्वयक नरेंद्र चौधरी के मार्गदर्शन में यह कार्यक्रम 11 दिसंबर 2024 से 14 दिसंबर 2024 तक क्षेत्रीय पंचायत सचिव प्रशिक्षण केंद्र रायगढ़ में आयोजित किया गया है । इस कार्यक्रम के जिला नोडल अधिकारी एवं एडीपीओ आलोक स्वर्णकार ने बताया कि इस प्रशिक्षण के माध्यम से अध्यनरत विद्यार्थियों की मानसिकता में यह परिवर्तन करना कि उनकी छोटी सी आइडिया भी किस तरह एक बड़ा उद्यम का रूप ले सकती है तथा भविष्य में एक क्रांति ला सकती है ।इस कार्यक्रम के माध्यम से सभी प्राचार्य एवं व्याख्याता को प्रतिदिन प्रातः 10:00 बजे से साइन 5:30 बजे तक प्रशिक्षण विभिन्न गतिविधियों के माध्यम प्रशिक्षण दिया जा रहा हैं। प्रशिक्षण में व्याख्याता को यह महसूस कराया गया कि वे विद्यालय में एक विद्यार्थी के रूप में अपने शिक्षकों एवं विद्यालयों से क्या अपेक्षा करते हैं ,जो उनके स्वयं के आइडिया को मूर्त रूप प्रदान करने में बच्चों को किस प्रकार सहयोग प्रदान कर सकते हैं। प्रशिक्षण में यह भी बताया गया की कक्षा नवमी के विद्यार्थियों की सोच को हम सुरक्षित रूप में कैसे एक सकारात्मक दिशा दे सकते हैं तथा कक्षा ग्यारहवीं के आते तक उस आइडिया को विकसित करने के लिए एक सीड मनी के माध्यम से कैसे उसे एक उद्यम का रूप देने में सहायक बन सकते हैं। कार्यक्रम को प्रारंभ करते हुए प्रथम दिवस में जिला शिक्षा अधिकारी डॉक्टर के व्ही राव ने नई शिक्षा नीति 2020 के मुख्य बिंदुओं पर प्रकाश डालते हुए यह बताया कि किस तरीके से 21वीं सदी में शिक्षा नए रूप में परिवर्तित हो रहा है तथा बच्चों को स्वावलंबी बनाने के लिए नई शिक्षा नीति में किस तरह के प्रयास किये जा रहे हैं ,उन्होंने नई शिक्षा नीति के प्रणेता एवं संस्थापकों के विचारधाराओं एवं उद्देश्य पर भी विस्तृत प्रकाश डालते हुए जिले के प्राचार्य एवं शिक्षकों को ईमानदारी से इस दिशा में प्रयास करने हेतु आह्वान किया । जिला मिशन समन्वय नरेंद्र चौधरी ने इस कार्यक्रम के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए इसे शासन के निर्देशानुसार विद्यालयों में ईमानदारी से पालन करने के निर्देश दिए।
इस प्रशिक्षण के बाद उद्यम लर्निंग फाउंडेशन की एक टीम रायगढ़ में नियमित रूप से रहकर चयनित विद्यालयों में इसके क्रियान्वयन पर सतत नजर रखते हुए उनके द्वारा किए जा रहे गतिविधियों को मार्गदर्शन देगी तथा बच्चों के आइडिया को प्रोत्साहित करते हुए उसे शिक्षा से जोड़ते हुए एक मूर्त रूप प्रदान करेगी।
11 एवं 12 दिसंबर को रायगढ़, घरघोड़ा एवं तमनार विकासखंड के 50 प्राचार्य एवं रायगढ़ विकासखंड के 30 विद्यालय के व्याख्याता को या प्रशिक्षण दिया गया ।तथा 13 एवं 14 दिसंबर को घरघोड़ा एवं तमनार विकासखंड के बीस विद्यालयों के कक्षा नवमी एवं 11वीं अध्यापन करने वाले व्याख्याता को दो दिवसीय प्रशिक्षण दिया जा रहा है ।
4 दिवसीय इस प्रशिक्षण में उद्यम लर्निंग फाउंडेशन की टीम के 10 ट्रेनर द्वारा द्वारा प्रशिक्षण दिया जा रहा है. । लर्निंग फाउंडेशन से
मंजू गर्ग के मार्गदर्शन में उनकी टीम के सदस्य, सचिन मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित रहे ।. वहीं प्राचार्यों और शिक्षकों को गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण देने के लिये उनकी टीम के सदस्य मास्टर ट्रेनर के रूप में अदिति ,कुंदन , सौम्या , उदय ,प्रियंका , प्रियंक, मृनमोयी,विनय एवं
योगिता के द्वारा महत्वपूर्ण बिंदुओं पर विस्तार एवं प्रभावशाली ढंग से प्रशिक्षण कराया जा रहा है ।अपने निरीक्षण के दौरान जिला शिक्षा अधिकारी डॉक्टर के व्ही राव, जिला मिशन समन्वयक नरेंद्र चौधरी एवं जिला सहायक कार्यक्रम समन्वयक भुवनेश्वर पटेल , एडीपीओ आलोक स्वर्णकार ने यह आशा की कि निश्चित रूप से यह कार्यक्रम जिले के बच्चों के लिए बहुत ही लाभकारी होगा तथा प्राचार्य एवं शिक्षकों को शुभकामनाएं देते हुए कार्यक्रम की सफलता की कामना की।