कोतरा में मनाई गई स्वामी विवेकानंद जयंती

स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालय कोतरा के हिंदी माध्यम में प्राचार्य जे एल नायक के नेतृत्व में स्वामी विवेकानंद जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम की शुरुआत की गई। इस अवसर पर विद्यालय में भाषण प्रतियोगिता का आयोजन कराया गया जिस पर विद्यार्थियों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। प्राचार्य जे एल नायक ने अपने उद्बोधन में स्वामी विवेकानंद की जीवनी पर प्रकाश डालते , उनके विचारों से सभी को अवगत कराया विवेकानंद जी कहते हैं, युवाओं को सशक्त बनाने के लिए शिक्षा बहुत जरूरी है इसलिए सभी विद्यार्थी अपने जीवन में शिक्षा जरूर ग्रहण करें ।शिक्षा से ही जीवन बदल सकता है। विद्यालय के वरिष्ठ व्याख्याता एस आर. गुप्ता ने , उनकी पूरी जीवनी एवं शिकागो में दिए गए भाषण को विद्यार्थियों को अवगत कराया। स्वामी विवेकानंद का मुख्य विचार उठो जागो तब तक मत रुको जब तक तुम्हें अपने लक्ष्य की प्राप्ति नहीं होती है इस विचार को सभी विद्यार्थियों को आत्मसात करने के लिए प्रेरित किया ।

व्याख्याता माधुरी नायक ने, अपने उद्बोधन में कहा कि विवेकानंद का जीवन संघर्षों से भरा रहा है, जीवन में कभी संघर्षों से नहीं घबराना चाहिए अपने लक्ष्य के लिए हमेशा आगे बढ़ते रहना चाहिए स्वामी विवेकानंद की लाइन को याद करते हुए कहा कि स्वामी विवेकानंद ने कहा था कि युवा ही भारत का भविष्य है। जब तक जीना है तब तक सीखना है अनुभव ही जगत में सर्वश्रेष्ठ शिक्षक है। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में सभी का योगदान सराहनीय रहा।