डॉक्टर गुरुनाथ जांगड़े को डॉक्टर ऑफ साइंस की मानद उपाधि से नवाजा गया है

भारतीय विद्या भवन चेन्नई में दिनांक 25.05.2024 को आयोजित दीक्षांत समारोह2024 में डॉक्टर गुरुनाथ जांगड़े को डॉक्टर ऑफ साइंस की मानद उपाधि से नवाजा गया है ।

डॉक्टर गुरुनाथ जांगड़े का टॉपिक सोशल लीडर्स एंड रेस्पोनिबली ऑफ छत्तीसगड़ राज्य की पृष्ठभूमि में अंतरराष्ट्रीय सेमिनार में प्रस्तुत किया गया जिसकी खूब सराहना की गई है आपको बता दे की डॉक्टर गुरुनाथ जांगड़े जी को भौतिक शास्त्र के शासकीय व्याख्याता है और उन्हें भौतिक शास्त्र में शोध करने पर डॉक्टर ऑफ फिलोसिफी की डिग्री वर्ष 2022 में पंडेचेरी विश्वविद्यालय द्वारा भी प्रदान की गई है ,एक छोटे से गांव जिला रायगढ़ के गांव कापू के निवासी है ,उनके माता का नाम स्वर्गीय गेंदबाई जांगड़े एवं पिताजी का नाम श्यामलाल जांगड़े है ,डॉक्टर गुरुनाथ जांगड़े सतनामी समाज राज्य छत्तीसगढ़ में अधिकारी कर्मचारी प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष की दायित्व भी संभल रहे है ,डॉक्टर गुरुनाथ जांगड़े

को राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय सम्मान से सम्मानित हो चुके है और इनके लेख बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हो चुके है ,डॉक्टर गुरुनाथ जांगड़े विश्व मानव अधिकार सुरक्षा आयोग ,ग्लोबल ह्यूमन राइट्स जम्मूकाश्मीर , द्वारा भी दुबई एवं जम्मू कश्मीर के दीक्षांत समारोह में डॉक्टरेट के मानद डिग्री से सम्मानित किया जा चुका हैं, समाजसेवा में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेने वाले समाज सेवक एवं एक छोटे से गांव से शिक्षा का परचम लहराने वाले डॉक्टर गुरुनाथ जांगड़े को समाज के सदस्य , अधिकारियों ,प्रशासनिक अधिकारियों ने जिला रायगढ़ के अधिकारी कर्मचारियों ने बधाई प्रेषित किया है बता दे की शनिवार को हुए इस कार्यक्रम में डॉक्टर पी सैमुअल,फाउंडर चेयरमैन एवं कुलपति ,डॉक्टर वेंकटेश न्यायाधीश तमिलनाडु पुडुचेरी फॉर्मर पुलिस अधीक्षक साइबर क्राइम डी थंगराजू , डॉक्टर मोहनदास सदस्य राज्य मानव अधिकार आयोग तमिलनाडु , डॉक्टर के बाला संयुक्त संचालक तमिलनाडु , सुभासिस साहा संयुक्त संचालक कोलकाता रीजन , डॉक्टर एम रामचंद्र संयुक्त संचालक कर्नाटक रीजन डॉक्टर प्रोफेसर रंगनाथन ,एवं प्रमुख सचिव तमिलनाडु सरकार , ऐसी मोहन दास आईएएस,कुलपति डॉक्टर कांडुकुरी विजय मोहन आंध्रप्रदेश ,एवं अन्य विश्वविद्यालय से आए कुलपति , उपकुलपति ने डॉक्टर ऑफ साइंस की उपाधि देकर सम्मानित किया।

समारोह में 136 विद्यार्थियों को यूनिवर्सिटी मेडल, 46 विद्यार्थियों को पीएचडी की डिग्री इस दौरान विभिन्न विश्वविद्यालयों के कुलपति, जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी, विश्वविद्यालय के विभिन्न संकायों के अधिष्ठाता, विभागाध्यक्ष, अधिकारी, कर्मचारी एवं विद्यार्थी मौजूद रहे। डॉक्टर गुरुनाथ जांगड़े ने कहा कि उन्हें आज तक दर्जनों राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय सम्मान मिले, लेकिन उस विश्वविद्यालय में आकर गौरवान्वित महसूस हो रहा है, उन्होंने कहा कि हमें आने वाली पीढ़ी को साफ नदियां, स्वच्छ पर्यावरण व घने जंगल प्रदान करने की जिम्मेदारी निभानी है जो हमें अपने पूर्वजों से मिले थे। इस दिशा में सबको मिलकर काम करना होगा। उन्होंने डिग्री व मेडल पाने वाले विद्यार्थियों से आह्वान किया कि वे आज कोई ऐसा सपना पालकर जाएं, जो असाधारण हो। क्योंकि सामान्य जीवन सभी जीते हैं। आपने उच्च स्तर की पढ़ाई की है तो आप ऐसा सपना विकसित करें और आज से ही उसे पूरा करने में जुट जाएं।डॉक्टर गुरुनाथ जांगड़े जी ने बताया कि मानद उपाधि सर्वोच्च सम्मानों में से एक है

जो अध्ययन के किसी विशेष क्षेत्र में आपकी उपलब्धियों, ज्ञान और क्षमता की मान्यता का प्रतिनिधित्व करता है।मानद उपाधियाँ उन लोगों के लिए मान्यता का एक रूप है जिन्होंने समाज या अपने पेशे में महत्वपूर्ण योगदान दिया सामान्य तौर पर मानद उपाधि प्राप्त करना आसान नहीं है। पहले चरण में एक शोध परियोजना या थीसिस को पूरा करना शामिल है जो आपके संस्थान में उच्चतम शैक्षणिक निकाय के सदस्यों द्वारा मूल्यांकन के लिए प्रस्तुत किया जाता है। यदि समिति द्वारा स्वीकार कर लिया जाता है, तो आपको उस संस्थान की ओर से डॉक्टरेट की उपाधि प्रदान की जाएगी है। यह आपको अपनी उपलब्धियों को दूसरों के साथ साझा करने की भी अनुमति देता है, जो भविष्य की सफलता को प्रोत्साहित करने में मदद कर सकता है।